जिन्होंने मृत्यु को परास्त कर शत्रु से विजय प्राप्त कर अपने जीवन को सार्थक किया है ऐसे पराक्रमी और धैर्यवान योद्धा कि जितनी सराहना की जाये उतनी कम है ।
जिसने समूचे देश सिर गर्व से ऊंचा किया है और हमारी पचीस लाख सेना का मनोबल बढाया है ऐसे बीर और वहादुर सैनिक जिस देश कि रक्षा करें उस देश का शत्रु सदैव भयभीत रहता है
और कभी भी आंख उठाकर नहीं देख सकता ।भारत वर्ष महान रहे। भारत माता की जय । अभिनंदन की जय।
पं पुरूषोत्तम शर्मा